गुलदाउदी की खेती कैसे करें?

दोस्त अगर आप एक किसान हैं और अगर आप किसी प्रकार की खेती करना चाहते हैं तो इस प्रकार की हर जानकारी आपको इस वेबसाइट पर मिलेगी आपको संपूर्ण जानकारी विस्तार से बताई जाएगी इसीलिए आज फिर एक और ले किस वेबसाइट पर आपको मिलेगा जो कि गुलदाउदी की खेती कैसे कैसे करें के बारे में अगर आप भी गुलदाउदी की खेती करना चाहते हैं तो आप अंतिम तक जरूर पढ़ना चाहिए क्योंकि जब आपके पास जानकारी होगी तो आप बड़ी अच्छी तरीके से खेती हो करके अच्छा खासा मुनाफा कमा सकेंगे।

गुलदाउदी की खेती एक विशेष प्रकार के फूलों के लिए भी जानी जाती हैं दाऊदी के पौधे से हमें काफी महत्वपूर्ण पुष्प प्राप्त होते हैं। को एक महत्वपूर्ण स्थान मिला गया है। गुलदाउदी की बात की जाएगी यह कौन सा पौधा है तो यह 1 वर्षीय व शासकीय पौधा है उसका यह सदस्य माना गया है। कैसी हो करना चाहता है वह इसलिए को पूरी जानकारी को पढ़कर जानकारी को हासिल करके बड़ी आसानी से कह दी की शुरुआत करके अच्छा खासा मुनाफा कमा सकता है।

इस गुलदाउदी की खेती को खास तौर पर कृषि वातावरण पोली हाउस के अंदर किया जाना चाहिए। क्योंकि इस पौधे का विकास बड़ी आसानी से हो जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी की आदि पौधे गुलदाउदी पौधे का विकास या फिर जन्म स्थान या फिर उत्पत्ति स्थान चीन देश को माना जाता है। अब यह फूल और इसका पौधा लगभग पूरी दुनिया में पाया जाता है। गुलदाउदी को और भी कई नामों से जाना जाता है जो कि कुछ इस प्रकार है ग्लोरी ऑफ ईस्ट के नाम से भी जाना जाता है। शीत ऋतु में उगने वाला यह फूल काफ़ी लोकप्रिय है।

गुलदाउदी फूलों की अगर बात की जाए तो गुलदाउदी से निकलने वाले फुल के रंग सफेद गुलाबी पीले लाल व हल्के हरे क्रीम इत्यादि प्रकार के होते हैं। आप सभी तो जानते हैं कि विश्व में 10 सर्वश्रेष्ठ कर्तित फुल पाए जाते हैं जिनमें से सबसे पहले गुलाब आता है और गुलाब के बाद दूसरा नाम तो गुलदाउदी का ही है। यानी कि आप यहीं से इस फूल का महत्व समझ सकते। गुलदाउदी के फूल की अगर बात की जाए कि इसका क्या क्या उपयोग होता है तो वैसे तो इसका कहीं जगह पर उपयोग होता है लेकिन हम कुछ के बारे में इस लेख में जान लेते हैं जैसे कि क्यारी और गमलों की सजावट के लिए अलंकृत बगीचों के लिए कट व लुज फ्लावर के लिए इनके अलावा भी और कई प्रकार से इन फूलों का उपयोग किया जाता है।

गुलदाउदी की खेती के लिए भूमि और जलवायु

सभी प्रकार की खेती को करने के लिए किसी ना किसी प्रकार की मिट्टी की आवश्यकता तो पड़ती है उसी प्रकार हमें गुलदाउदी की खेती अगर करनी है तो भूमि में प्रचुर मात्रा मे बलुई दोमट मिट्टी की आवश्यकता होती है। लेकिन ध्यान रखे आपके द्वारा गुलदाउदी की खेती करने के लिए चुनी गई भूमि जल निकासी वाली होनी चाहिए।

इससे पौधे को किसी भी प्रकार की हानि नहीं होगी। अगर आप चाहते हैं कि आपके द्वारा की जाने वाली खेती अच्छे से विकास करें और अपना एक बेहतरीन प्रदर्शन दिखाएं तो उसके लिए आपको गुलदाउदी की खेती के अच्छे से देख रेख करनी चाहिए। आप इस खेती को किसी भी भूमि में कर सकते हैं।

इसका पौधा हर मिट्टी में हर प्रकार की मिट्टी में होता है। भूमि के अगर पीएच के मान की बात की जाए तो पौधे को विकास करने के लिए कम से कम 5.5 से लेकर 6.5 के मध्य का पीएच मान तो होना ही चाहिए तभी जाकर अच्छे से विकास हों सकता हैं।

गुलदाउदी की उन्नत किस्में

गुलदाउदी की उन्नत किस्में कई प्रकार की है जो कि कुछ इस प्रकार की है बीरबल साहन, बग्गी, रतलाम सिलेक्शन, पंजाब गोल्ड, अनमोल, गार्डन ब्यूटी , अजय ,मदर टेरेसा, रीगन वाइट इनके अलावा भी और कई प्रकार की घास में मौजूद है हर किसान अपनी आवश्यकता और अपनी पसंदीदा किस्म की फसल को उगाता है आप भी किस्म के अच्छे से जानकारी को हासिल करके और खेती करने वाले से मिलकर पूरी जानकारी को ले सकते हैं उसके बाद आप बड़ी आसानी से इस खेती को करके अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं।

गुलदाउदी की खेती से पैदावार और लाभ

गुलदाउदी के पौधे को अच्छे से तैयार होने के लिए कम से कम 5 से 6 महीने तक का टाइम लग जाता है‌। समय के अनुसार आपके द्वारा की जाने वाली खेती का पौधा अब आपको पैदावार देने के लिए तैयार हो जाता है तैयार होने के बाद आप उन फूलों की तुड़ाई कर सकते हैं और ध्यान रहे कि इन फूलों की तुलाई आपको केवल सुबह और शाम नहीं करनी है पढ़ाई करने के तुरंत बाद आपको उन्हें पानी में डुबोकर जरूर रख लेना है जिससे की फुल खराब ना हो सके आप इन फूलों को व्यापारिक तरीके से बेंच सकते हैं।
1 एकड़ जमीन में आप 15 से 48 क्विंटल तक की अच्छी पैदावार को हासिल करके एक अच्छा कमाई का जरिया बना सकते हैं।

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